Sunday, 25 December 2016

आयुर्वेद में हल्दी को प्राकृतिक औषधी कहा गया है

आयुर्वेद में हल्दी को प्राकृतिक औषधी कहा गया है

Haldi
हल्दी का प्रयोग हम भोजन में करते आ रहे हैं। प्राचीन समय से ही हल्दी को शुभ कामों के लिए प्रयोग में लाया जा रहा है।  जो कई रोगों को कारगर इलाज करती है। हल्दी प्राकृतिक एंटीबायोटिक है। इसलिए यह पेट और त्वचा संबंधी बीमारियों को जड़ से खत्म करती है। हल्दी को धार्मिक कामों के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है।  लेकिन क्या आप जानते हैं हल्दी में छिपे इन गुणों के बारे में जो आपकी सेहत और सौंदर्य दोनों के लिए कितने लाभदायक हैं। हल्दी में छिपे गुण इस प्रकार है
करे छालों को दूर
हल्दी के प्रयोग से मुंह के छालों से राहत मिलती है। हल्दी के पाउडर को गरम पानी में मिला लें और इस पानी को मुंह में डालकर कुल्ला करें। आपको छालों से आराम मिलेगा।
दे खांसी से राहत
हल्दी आपको खांसी से राहत देती है। यदि आपको खांसी है तो आप बाजार से हल्दी की गांठे ले सकते हो और इन्हें नियमित चूसने से आप खांसी की समस्या से ठीक हो सकते हो।
बढ़ती हुई उम्र को रोके
हल्दी में बढ़ती उम्र को रोकने की क्षमता होती है। यह आपकी बढ़ती उम्र के प्रभाव का पता नहीं लगने देती है। एक चौथाई हल्दी में कच्चा दूध और बेसन को मिलाकर पेस्ट तैयार करें। और इसे अपने चेहरे पर अच्छे लगाएं। अब थोड़ी देर सूखने दें और बाद में चेहरे को हल्के गरम पानी से धो लें।
झुर्रियां
उम्र बढ़ने के साथ यदि झुर्रियां आने लगी हों। तो आप हल्दी को खाने के अलावा उसके पेस्ट को चेहरे पर लगाएं।
हल्दी का पेस्ट बनाने का तरीका
आटाए कच्चा दूध ए टमाटर का जूस और हल्दी को एक साथ मिलाएं और इसका पेस्ट बना लें। अब इसे चेहरे पर लगाकर कुछ देर के लिए सूखने के लिए छोड़ दें और बाद में पानी से चेहरा धो लें।
आखों के डार्क सर्कल्स
गन्ने के रस में हल्दी मिलाकर पीने से डार्क सर्कल्स हट जाते हैं।
दे सर्दी जुकाम में राहत
यदि सर्दी और जुकाम से नाक बंद हो जाती हो तो हल्दीए शहद और काली मिर्च को मिलाकर सेवन करें।
बढ़ाए शरीर की प्रतिरोधक क्षमता
हल्दी पूरी तरह से एंटी बायोटिक होती है। इसलिए इसके सेवन से आपके शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है और बीमारी होने की संभावना कम होती है। हल्दी शरीर में उर्जा देने के साथ शरीर मेें खून को साफ रखती है।
दे चोट और मोच में राहत
चोट लगने से घाव बन गया हो या फिर मोच आ गई हो तो आप हल्दी के पेस्ट बनाकर उसको चोट वाली जगह पर बांधने से चोट से होने वाला संक्रमण खत्म हो जाता है। हल्दी वाले दूध के सेवन से भी चोट भीतर से ठीक होने लगती है।
भरे मधुमेह के घावों को
डायबिटीज के रोगियों को हल्दी का सेवन किसी न किसी तरह से जरूर करना चाहिए। हल्दी डायबिटीज से होने वाले घावों को जल्दी ही भर देती है।
आइये जानते हैं हल्दी में दूध मिलाकर पीने के फायदे
हल्दी आपको बीमारियों से बचाकर आपकी सेहत की रक्षा करती है। इसलिए हल्दी को सेहत के लिहाज से अति महत्वपूर्ण माना गया है।
घटाए वजन
हल्दी के प्रयोग करने से वजन को नियत्रित किया जा सकता है। हल्दी शरीर में जमा फैट्स को कम करती है साथ ही इसमे मौजूद गुण आपके वजन को घटाते हैं।
सांस संबंधी रोग में दे राहत
हल्दी को दूध के साथ मिलाकार सेवन करने से आप सांस संबंधी रोग जैसे साइनसए दमाए ब्रोंरोकाइटिस और जमे हुए कफ की समस्या से निजात पा सकते हो। हल्दी इन रोगों को जड़ से ठीक करती है।
यदी हल्दी और दूध को मिला दिया जाए तो इसके लाभ दोगुना हो जाते हैं। जो कई बीमारियों को ठीक कर देते हैं। हल्दी वाला दूध पीने से शरीर को लगने वाले संक्रमण नहीं होते हैं।
कैसे बनता है हल्दी वाला दूध ये भी जानना जरूरी है
गर्मियों और सर्दियों में दोनों ही मौसमों में हल्दी वाला दूध अलग.अलग तरह से बनता है।
गर्मियों के मौसम में दूध में एक चौथाई चम्मच हल्दी को मिलाएं। और सर्दियों के मौसम में आधा चम्मच  हल्दी को दूध के साथ मिलाकर पीएं।
गठिया रोग में
हल्दी वाला दूध पीने से गठिया से होने वाली सूजन कम होती है। और यह जोड़ों और मांसपेशियों में लचीलापन लाता है जिससे गठिया का दर्द कम हो जाता है।
कान के दर्द में
यदि कान में दर्द होता हो तो हल्दी वाला दूध जरूर पीएं। यह आपके शरीर में खून का संचार बढ़ाता है जिससे कान के दर्द में आराम मिलता है।
चेहरे में प्राकृतिक निखार
हल्दी वाला दूध पीने से चेहरा चमकदार बनता है। इसके अलावा आप हल्दी वाले दूध में रूई को भिगोकर अपने चेहरे पर भी लगा सकते हैं। यह चेहरे में निखार और सुंदरता लाता है।
कच्ची हल्दी के फायदे
अब वैज्ञानिक भी मान चुके हैं कि हल्दी शरीर के इम्यून सिस्टम को ताकत देती है। और शरीर से बैक्टेरिया को भी खत्म करती है। शरीर के फंगल इंफेक्शन और बुखार को खत्म करने का काम करती है हल्दी।
कच्ची हल्दी में एंटी सेप्टिक गुण होते  हैं जो त्वचा संबधी रोगों से बचाव करते हैं।
कच्ची हल्दी सौंदर्य को निखारती है इसलिए भारत में प्राचीन समय से शादी से पहले हल्दी का उबटन लगाया जाता है।
लीवर संबंधी रोगों और लीवर को स्वस्थ बनाए रखने का काम करती है हल्दी।
बनाए हड्डी मजबूत
हल्दी वाला दूध पीने से आपकी हड्डियां मजबूत होती है साथ ही हल्दी में मौजूद एंटिओक्सीडेंट आपको हड्डियो में होने वाली समस्याओं से भी बचाते हैं।
हर दर्द की दवा है हल्दी
हल्दी में मौजूद गुण आपको हर प्रकार के दर्द से राहत देते हैं। दर्द चाहे कानों का हो या फिर गठिया का या सिर का दर्द ए हल्दी शरीर में खून का संचार ठीक करती है और दर्द को कम करती है।
कैंसर की रोकथाम में हल्दी का उपयोग
कैंसर से बचने और कैंसर के प्रभाव को कम करने में हल्दी एक कारगर दवाई का कार्य करती है। खाली पेट हल्दी का सेवन शरीर को अंदर से साफ रखता है। कैंसर की रोकथाम के लिए हल्दी की गोलियों में नीम को मिलाकर सेवन करने से शरीर से कैंसर की कोशिकाएं खत्म होकर बाहर निकलने लगती है।
 पीएं हल्दी का पानी
आपने हल्दी के अनके प्रयोगो के बारे में जाना है आज आपको बताते हैं हल्दी वाले पानी को पीने के फायदे-
हल्दी वाला पानी को बनाने के लिए आपको 1 गिलास पानी में छोटी चुटकी हल्दी का पाउडर डालना है। हल्दी वाले पानी को पीने से  आप दिल संबंधी अनके बीमारियों से बच सकते हो साथ ही आपका दिल स्वस्थ रहेगा।
हल्दी वाले पानी का सेवन यदि आप दिन में 3 से 4 बार भी करोगे तो कोई नुक्सान नहीं होगा। आपकी सेहत हमेशा टीक रहेगी। हल्दी वाले पानी को पीने का एक और फायदा यह है कि आप विभिन्न बीमारियों से जैसे किडनी की परेशानीए खून की समस्याए लीवर और हार्ट जैसे रोगों से मुक्त रहोगे।
हल्दी के अन्य फायदे
पानी के साथ हल्दी की गांठ को मिलाकर पीसें और इसे नहाने से  पहले अपने शरीर पर उबटन की तरह लगाएं और थोड़ी देर सूखने के बाद नहाने से त्वचा में निखार आता है। इस घरेलू उपाय को नियमित एक सप्ताह तक करें।
यदि किसी विषैले जीव जैसे बिच्छू व मक्खी के काटने पर हल्दी का लेप लगाने से विष का प्रभाव खत्म हो जाता है।
यदि दांतों में पीलापन हो गया हो तो आप सेंधा नमक, सरसों का तेल और हल्दी को बराबर मात्रा में मिलाकर दांतों पर लगाने से दांतों का पीलापन दूर हो जाता है।
महिलाओं को मासिक के दिनों में पेट में होने वाले दर्द को दूर करने के लिए हल्दी को गुनगुने पानी में डालकर पीने से राहत मिलती है।
हल्दी का लेप चर्म रोग पर लगाने से चर्म रोग से राहत मिलती है।
तो जाना आपने हल्दी के गुणों को। हल्दी आपकी सेहत के लिए कितनी फायदेमंद है। इसलिए हल्दी का सेवन आप जरूर करें।


घुटनों का कालापन हल्का व दूर करने के लिए सर्वश्रेष्ठ घरेलू ब्यूटी टिप्स

घुटनों का कालापन हल्का व दूर करने के लिए सर्वश्रेष्ठ घरेलू ब्यूटी टिप्स

गर्मियों और हनीमून के दिनों में शॉर्ट्स, मिनी स्कर्ट ,प्रिंटेड शॉर्ट्स और समरी फ्लोरल लड़कियों की सबसे पसंदीदा ड्रेस होती है। हर लड़की गर्मियों के दिनों में और अपने हनीमून के दिनों में ये ड्रेस अवश्य ट्रय करना चाहती है पर घुटनो का कालापन कई लड़कियों की इस इच्छा को दबा कर रखने पर मजबूर कर देता है।





घुटनों में कालापन मूलतः सूरज की किरणों,अधिक वजन और हार्मोन असंतुलन के कारण आता है। अगर आप की शादी भी गर्मियों के महीने में हो रही है या फिर आप को भी गर्मियों में अपने काले घुटनों की वजह से इन कपड़ो से दूरी बनानी पडती है तो आप अपनी रसोई से कुछ सामग्री चुन कर उनका सरल और सही उपयोग कर कुछ दिनों में ही घुटनों के कालेपन से हमेशा के लिए निजात पा सकती है। अगर किसी कारण वश ये उपाय आपको हमेशा के लिए कालेपन के दर्द से निजात नही दिलापाते है तो भी आप यकीन रखिए ये उपाय उन काले दागों के हल्का अवश्य कर देंगें। 





एलोविरा : एलोविरा त्वचा रोग दूर करने का सबसे अच्छा तरीका है आप एलोविरा को झुरियां हटाने और त्वचा को टाइट करने के लिए भी उपयोग में ला सकते है। त्वचा के कई रोग दूर करने वाला एलोविरा घुटने के काले दागों से भी छुटकारा दिला सकता है।

  • एलोविरा के एक ताजा पत्ता लेकर उसका जेल एकत्रित कर ले।


  • उस जेल को घुटने के प्रभावित हिस्से पर 10 मिनट तक रगड़े।


  • समय पूर्ण होने के बाद ठन्डे पानी से अपने घुटनों को साफ़ कर लें।


  • ये उपाय कुछ महीनों तक जारी रखें लाभ अवश्य मिलेगा।





नींबू और बेसन से बना पैक : नीबू चमकती त्वचा के लिए सबसे सस्ता और सबसे उपयुक्त है जबकि बेसन मृत त्वचा को दूर करने में आपका अच्छा मित्र साबित हो सकता है। अब इन दोनों का मिश्रण कर एक पैक बना कर घुटनों पर पड़े दागों और कालेपन के निशान को आसानी से दूर कर सकती है। 


  • आधे नींबू के रस में दो बड़े चम्मच बेशन के मिश्रित करें।


  • आप इस मिश्रण में दलिया पाउडर या बादाम पावडर का एक छोटा हिस्सा मिला सकती है।


  • जब ये पैक तैयार हो जाएं तो घुटनों के काले घेरे के ऊपर लगा कर कम से कम 5 मिनट के लिए छोड़ दीजिए।


  • पैक का समय पूरा होते ही इसे सामान्य पानी से धो ले।


  • आप पैक की इस प्रक्रिया को हर दुसरे दिन दोहरा सकती है।




चीनी और जैतून तेल का मिश्रण निखार लायेगा आपके घुटनों में : जैतून का तेल भी चमकती त्वचा पाने के रास्ते को आसान करता है और चीनी के बारे में तो सभी जानते है कि प्राकृतिक रूप त्वचा की बुरी परत उतारने में काफी सहायक होती है। अगर ये दोनों एक साथ मिल जाए तो आपके बेरंगी घुटनों पर चमत्कारिक प्रभाव दिखा कर उसमे सौन्दर्य भर सकते है। 


  • जैतून का तेल और चीनी दोनों को बराबर मात्र में लेकर एक घोल तैयार करें।


  • इस घोल को आप अपने घुटनों पर मलते हुए 10 मिनट के लिए लगाएं।


  • इसके बाद स्नान कर घुटनों को अच्छी तरह से साफ़ कर सकती है।



नारियल का तेल : कई वर्षों से त्वचा एक्सपर्ट झुरिया,दाग धब्बे हटाने और त्वचा को चमकदार बनाने में नारियल के तेल को प्राथमिकता देते आये है। आप भी इस समाधान का प्रयोग बेजिझक अपने घुटनों के लिए कर सकती है। 


  • नरियल तेल के अंदर एक चुटकी कपूर पाउडर ले कर दोनों को अच्छे से मिश्रित करें।


  • मिश्रण हुए इस नारियल तेल से अपने घुटनों की अच्छी तरह मालिश करें।


  • अगर आप इस तेल की मालिश दिन में दो बार करती है तो आप आश्चर्यजनक परिणाम पा सकती है।




पुदीना : पुदीना अपने विरोधी गुणों के कारण काले घुटने और उसके आसपास की मृत त्वचा पर प्रभावी रूप से काम करने में सक्षम है और साथ में ये गर्मियों में आसानी से मिल जाता है।


  • आधा कप पानी में एक मुट्ठी पुदीने के पत्ते उबाल लें।


  • अब इस पानी को ठंडा होने के लिए छोड़ दे।


  • आप बेहतर रिजल्ट पाने के लिए इसमे नींबू मिला सकती है।


  • अब इसे जल को कॉटन के मदद से अपने प्रभावित घुटनों पर लगाए।


  • काले घुटनों पर अच्छी तरह लगाने के बाद शॉवर ले और आपने घुटने को अच्छी तरह से साफ़ कर लें।




बेकिंग सोडा : बेकिंग सोडा प्राकृतिक क्लींजर होने की वजह से त्वचा को शुद्ध करने के साथ-साथ टोनिंग भी प्रदान करता है इसके अलावा बेकिंग सोडा स्क्रब करते हुए घुटनों से मृत त्वचा को भी हटा सकता है।


  • बेकिंग सोडे का पेस्ट बनाने के लिए उसमे दूध का मिश्रण करे लेकिन दूध का मिश्रण करते समय याद रखे दूध में एक चम्मच सोडे का मिश्रण काफी है।


  • अब इस पेस्ट को घुटनों पर रगड़ कर 10 मिनट के लिए छोड़ दें।


  • 10 मिनट बाद नल के पानी से घुटनों को धो लें।


  • इस समाधान को अपनी दिनचर्या में शामिल कर हर दुसरें दिन इसका लाभ ले सकती है।



शहद हल्दी और ताजा क्रीम : हनी, हल्दी और ताजा क्रीम एंटीसेप्टिक गुणों की खान है। इन तीनों का मिश्रण सूखी त्वचा पर एक मॉइस्चराइजर, ब्लीच और मृत त्वचा को दूर भागने का काम करती है। इसके अतिरिक्त इन तीनों का मिश्रण आपको प्राकृतिक रूप से घुटनों के कालेपन की समस्या से छुटकारा पाने में काफी हद तक प्रभावी मदद कर सकता है।


  • तीन सामग्री की एक पेस्ट बना कर उससे अपने घुटनों पर पड़े काले हिस्से की अच्छे से मालिश करें।


  • मालिश होने के बाद 10 मिनट तक उसे ऐसे ही रहने दे।


  • समय निकल जाने के बाद अपने घुटनों को गुनगुने पानी से धो लें।


  • आप ताजा क्रीम की जगह ताजे दूध का उपयोग भी कर सकती है।




दही : दही एक अच्छा मॉइस्चराइजर होता है इसलिए आपकी त्वचा और घुटने दोनों में निखार लाने में समृद्ध है।


  • दही के अंदर तीन चम्मच सिरका डाल कर उसे अच्छी तरह से मिला लें ऐसा तब तक करते रहे जब तक मोटा पेस्ट तैयार ना हो जाए और सिरका दही के अंदर अच्छे से ना मिल जाए।


  • अब इस दही पेस्ट से पांच मिनट तक घुटने की मालिश करें।


  • मालिश करने के बाद 10 मिनट तक घुटने पर पेस्ट वैसे ही रहने दे और उसके बाद नल के साफ़ पानी से धो ले।


  • आप दही के साथ बेसन का प्रयोग कर सकते है लाभ उतना ही मिलेगा।


आप गर्मी में योग्य और सुंदर घुटनों को पाने के लिए इन प्राकृतिक उपचारों का सहारा ले सकती है। आप ऊपर दिए टिप्स का उपयोग चेहरे पर भी लागू कर एक अच्छा सूरज ब्लॉक घर बैठे बना सकती है।

कामकाजी पिता से अच्छे और सफल पिता बनने के नियम


कामकाजी पिता से अच्छे और सफल पिता बनने के नियम

विश्व समाज में अकसर ये पाया जाता रहा है कि महिलाएं ऑफिस और घर में पुरुषों की अपेक्षा बेहतर संतुलन बनाए रखने में कामयाब रहती है। अकसर देखा गया है कि महिलाएं ममता के साथ बच्चों को पालन करने के साथ-साथ ऑफिस में काम करते हुए जादुई क्षमता का प्रदर्शन करती है। घर और ऑफिस में संतुलन बनाने के कारण ही माताएं बच्चे के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है।


हमेशा एक बच्चे के विकास में एक माता और पिता दोनों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है इस सत्य से कोई इनकार नही कर सकता है लेकिन वास्तविकता इसके उल्ट है। समाज में बहुत कम पिता है जो काम करते हुए बच्चों का पालन पोषण प्यार से कर सके। समाज के अधिकतर घरों में पाया जाता है कि ऑफिस से घर आने के बाद ज्यादातर पिता बच्चों को डाटने का काम करते है या फिर उनकी बात सुने बिना ही उन्हें चुप करा कर उनकी माताओं के पास भेज देते है इसी कारण पिता और बच्चे की बीच दूरी बढती जाती है और उनके बड़े होने तक पाया गया है पिता और पुत्र में सवांद का रिश्ता ही लगभग खत्म हो जाता है। बच्चे पिता से बात करने में या फिर कुछ मांगने में सकोंच करने लगते है। वह हमेशा पिता से बात करने में अपनी माँ की मदद लेने लग जाते है। हम कुछ ऐसे उपयोगी टिप्स लाये है जिनकी मदद से कामकाजी पिता बिना परेशान हुए अपने और बच्चे के बीच में सवांद का रिश्ता हमेशा कायम रख सकते है और साथ में अपने अनुभवों को प्यार से अपने बच्चो के बीच बांट सकते है जो उसके जीवन में पग-पग उसका मार्गदर्शन कर सकते है।


कामकाजी पिता से प्यारे पिता बनने के नियम :





बच्चे के साथ भोजन करें : बच्चे के साथ दिन में एक बार भोजन करना कोई मुश्किल काम नही है। आप बच्चे के साथ रोजाना ब्रेकफास्ट या डिनर कर सकते है। पिता और पुत्र दोनों के साथ भोजन करने से दोनों के बीच सवांद और चर्चा का रिश्ता कायम रहता है। अगर आपके लिए कुछ संभव ना हो तो आप बच्चे के साथ रोजाना एक कप चाय, कॉफ़ी या दूध का सेवन तो कर ही सकते है।




प्राथमिकता में थोडा बदलाव लाए
 : हमें भी और आपके परिवार के हर सदस्य को ये पता है कि शादी के बाद से ही आप का ध्यान काम पर ही केन्द्रित रहा है। अब वक़्त आ गया है कि आप वर्क मोड से बाहर आकर अपनी प्राथमिकता में बदलाव करते हुए थोडा बहुत ध्यान परिवार और बच्चों पर भी केन्द्रित करें।




घर को ऑफिस ना बनाएं 
: जीवन में एक सूत्र हमेशा याद रखिए ऑफिस का काम कभी न खत्म वाली एक प्रक्रिया है। आपके और परिवार के लिए भी यही अच्छा होगा कि आप अपने घर को घर ही रहने दे ऑफिस ना बनाए इसलिए संभव हो तो आप ऑफिस को घर पर ना ही लाएं ऐसा हम इसलिए कह रहे है क्योकि ऑफिस से सिर्फ काम अकेला घर नही आता है उसके साथ ऑफिस का तनाव भी आपके घर में प्रवेश करता है। घर पर पत्नी और बच्चों के बीच नित्य प्रतिदिन काम करना आसान नही होता है और अगर आप प्रतिदिन ऑफिस का काम घर ले आते है तो घर का वातावरण चिडचिडा होने लगता है।



हॉलिडे एन्जॉय करें : बच्चे होने के बाद अकसर पाया गया है कि पुरुष खुद को काम में डूबो लेते है और उनका हर हॉलिडे काम करते हुए बीत जाता है या फिर सोते हुए या तो ऑफिस की पार्टीयों में ही बीजी रहते है। अगर आप भी ऐसा कुछ करते है अच्छे पिता बनने के लिए बहुत जरूरी है कि आप छुट्टियों का पूरा लुत्फ़ ले। हॉलिडे एन्जॉय करने के लिए आप बच्चों को लेकर प्रियजनों के घर ले जा सकते है। इसके अलावा आप बच्चों के साथ कोई सपोर्ट या गेम खेल कर या बाहर पिकनिक की योजना बना कर हॉलिडे के पुरे दिन का आनंद बच्चों के साथ ले। 



स्विच ऑफ मोड चुने : काम से लौटने के बाद आप अपने ऑफिस के फोन को और बच्चे के कंप्यूटर गेम या फिर टीवी की बटन को स्विचऑफ कर दे। आप घर आने के बाद बच्चे के साथ स्कूल प्रोजेक्ट में मदद कर सकते है या फिर उसके फ्रेंड्स और स्कूल की छोटी-छोटी बातों की जानकारी ले कर अपने बचपन और स्कूल के दिन भी सांझे कर सकते है ऐसा करने से बच्चे और आपके बीच प्यार तो बढेगा ही साथ में उसमे गजब का आत्मविश्वास भी पैदा होगा।



बिस्तर पर जिम्मेदारी ले
 : बच्चे के साथ बिस्तर पर वक़्त व्यतीत करना महत्वपूर्ण गतिविधियों में से एक होता है लेकिन अधिकतर पिता बच्चें को सुलाने या कहानी सुनाने की जिम्मेदारी माताओं पर छोड़ देते है। रात को सोते समय आप जो भी शिक्षा अपने बच्चे को देते उसकी स्मृति उसके दिमाग पर जीवन भर बनी रहती है इसलिए निश्चित ही आपको बच्चे के साथ बिस्तर पर कुछ समय जरुर बिताना चाहिए।


बच्चे और पैसे कमाने के लिए ऑफिस वर्क दोनों ही जीवन के अभिन्न अंग है इसलिए दोनों में संतुलन बनाए रखना बहुत जरूरी है। आप अपने बच्चे के जीवन का एक अभिन्न हिस्सा है और खोया हुआ समय कभी वापस नही आता है इसलिए पल-पल गुजरते वक्त को अपने हाथ से ऐसे ही ना फिसलने दे।

पांच कॉमन गर्लफ्रेंड समस्याएं

पांच कॉमन गर्लफ्रेंड समस्याएं

पुरुषों और महिलाओं के स्वभाव कुदरती रूप से एक दूसरे से भिन्न होते है इसलिए रिश्तों में पुरुषों और महिलाओं के बीच मतभेद स्पस्ट देखे जा सकते है। रिश्तों में पैदा हुई समस्याएं आपके लिए तब तक सिरदर्द बन जाती है जब तक आपसी मतभेद सुलझा ना लिए जाएँ। रिश्तों में दोनों पार्टनर के बीच अधिकतर मतभेद अनजाने में आ जाते है लेकिन कुछ कॉमन्स मतभेद के अनुभव है जो लगभग हर जोड़ा करता है। आज हम उन्ही मतभेदों पर नजर डाल रहे है।



असुरक्षा : आम प्रेमी जोड़ो में असुरक्षा की भावना वाली समस्यां सबसे अधिक होती है। अगले स्तर पर बढ़ रहे रिश्तें के बीच में जैसे ही पुरुष किसी अन्य महिला की तारीफ कर देते है तो देखा गया है वह अक्सर अपनी तुलना उस महिला से करने लगती है जिस कारण बहस बढ़ती है और वह सही मायने में दहाडने लगती है। पुरुषों की गर्लफ्रेंड में यह समस्या सबसे आम है। अगर आप सही मायने में गर्लफ्रेंड के साथ शांतिपूर्ण रात/दिन बिताना चाहते है तो अपनी गर्लफ्रेंड के सामने किसी अन्य हमउम्र महिला की तारीफ़ आवश्यकता से अधिक ना करें।

बहस में अंतिम शब्द उनका हो : बहस से कुछ हासिल नही होता बजुर्गों की कही इस बात को आप हमेशा अपने ध्यान में रखें। स्वस्थ रिश्तें में सबसे महत्वपूर्ण है कि दोनों लोग अपने मन की बात करें लेकिन जब भी अपनी महिला साथी के साथ तर्क की बात हो तो दुर्भाग्य से पुरुषों को इसमें पीछे होना पड़ता है। सामान्य ज्ञान है कि जब भी महिला पार्टनर से बहस हो रही तो उस बहस को जीतने से अच्छा है आप सोफे पर चुपचाप बैठे जाएं या फिर उनकी पूरी बहस में उनके अंतिम शब्द सुनने के बाद ही सोने का फैसला करें।


पुराने मुद्दों के बारे में बात करना : अक्सर बॉयफ्रेंड को अपनी गर्लफ्रेंड से शिकायत रहती है कि वह अक्सर पुरानी बातों को छेड़ कर बैठ जाती है। पुराने मुद्दों पर बात करने की हर महिला की एक अलग कहानी होती है। कुछ महिलाओं की पुरानी स्मृति उस वक्त काम करती है जब बहस होती है तो कुछ की गिफ्ट के मौको पर या फिर किसी अन्य महिला को देखकर गर्लफ्रेंड के साथ रिश्ते में रहते हुए आने वाली यह एक आम समस्या है लेकिन सौभाग्य से कुछ महिलाएं पुरानी बातों को लेकर जिद्दी नही बनती है यह सबसे अच्छी बात है।

अश्लील सोच : पुरुषों को रिलेशनशिप में जो सबसे अधिक आम समस्या का समाना अपनी गर्लफ्रेंड संग आती है वह यह है कि अश्लीलता को अपने रिश्तें के साथ मिक्स नही करती है। एक आदमी के मन में शुद्ध मनोरंजन और पोर्न चलता रहता है जबकि गर्लफ्रेंड का मानना इसके विपरीत होता है। महिलाएं वास्तविक प्रेम पर विश्वास करती है और सेक्स के बारें में तब ही सोचती है जब वह पूर्ण खुश होती है या फिर उनको स्पेशल फील कराया जाता है इसलिए पुरषों को ज्यादातर अपनी इस सोच में झटका ही लगता है।



सेक्स : सेक्स का अनुभव एक जोड़े को करीब लाता है लेकिन पुरुष हमेशा सेक्स में कुछ नया और फ़िल्मी स्टाइल पसंद करते है लेकिन उनको हेमशा अपनी प्रेमिका में सेक्स की कमी लगती है इसलिए अपनी आवश्यकताओं के बारे में बातचीत कर सेक्स की उपेक्षा ट्रिगर को ऑन रख सकते है। सेक्स बहुत अच्छे संबंध कोई महत्वपूर्ण कारण नही है लेकिन सेक्स की वजह से रिश्ते बिगड़ जरुर सकते है।

30 की उम्र में त्वचा जवां रखने के उपाय

30 की उम्र में त्वचा जवां रखने के उपाय

30 की उम्र होते ही त्वचा के देखभाल की आवश्यकता पहले से अधिक हो जाती है और ऐसे में कई लोग अपनी त्वचा के साथ वैसा ही व्यवहार करते है जैसे वो अपनी जवां त्वचा के साथ शुरू से करते आये है। 30 के होते ही त्वचा में सबसे बड़ी और आम समस्या झुर्रियों की होती है इसलिए त्वचा को पहले से अधिक केयर और सावधानियों की जरूरत होती है। आइये जानते है हमे 30 के बाद त्वचा का ध्यान कैसे रखना चाहिए।





स्क्रब और साफ सफाई : त्वचा की साफ़ सफाई करने से गंदगी और तेल निकलते रहते है और मृत त्वचा कोशिकाओं से भी छुटकारा मिलता है। जब आप त्वचा की सफाई और स्क्रब अच्छे ढंग से करती है तो त्वचा के रोमछिद्र खुल जाते है जिससे त्वचा की रंगत बनी रहती है। सप्ताह में तीन बार चेहरे पर स्क्रबिंग करने से त्वचा को मुँहासे मुक्त रखने में मदद मिलती है।





प्रॉडक्ट में बदलाव : सीरम त्वचा की देखभाल के ऐसे उत्पाद होते है जिसमे झुर्रियों की उपस्थिति को कम करने के लिए ह्यलुरोनिक होते है। त्वचा की चमक और उम्र के कारण धब्बों की उपस्थिति कम करने में मदद करने के लिए सीरम विटामिन सी के साथ-साथ विटामिन के तथा विटामिन इ प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होता है। 30 के बाद नियमित त्वचा की देखभाल के लिए अच्छे सीरम वाले प्रोडक्ट और अन्य अच्छे उम्र कण्ट्रोल करने वाले ब्यूटी प्रोडक्ट का इस्तेमाल करें।





टोनिंग : त्वचा की अच्छी सफाई के साथ-साथ टोनिंग का खास ध्यान रखना त्वचा के लिए जरूरी हो जाता है। आज प्रदूषण और धूल मिट्टी की वजह से 20 की उम्र पार करते ही त्वचा में कसाव धीरे-धीरे कम होने लगते है इसलिए त्वचा की नमी बनाये रखने के लिए त्वचा टोनिंग अधिक महत्वपूर्ण है। 30 के बाद एक सबसे अच्छा परिणाम प्राप्त करने के लिए टोनिंग का प्रयोग रात में करें और उसके बाद एक अच्छी क्रीम को उपयोग में लाये।





उम्र विरोधी क्रीम शामिल करें : जैसे-जैसे उम्र बढती है वैसे-वैसे हमारी त्वचा डल होने लगती है और झुर्रियां उम्र बढने का पहला असर होता है और इसके बाद कई बार त्वचा पर आयु संबंधी परिवर्तन के कारण काले धब्बे और मुहाँसे भी पड़ जाते है इसलिए ये बहुत जरूरी हो जाता है आप 30 के बाद अपनी साधारण क्रीम छोड़ कर अच्छी उम्र विरोधी क्रीम का इस्तेमाल करें। वैसे आप ओले रेगेनेरिस्ट एंटी एजिंग क्रीम की उपयोग कर सकते है जो अन्य क्रीम के मुकाबले बेहतर काम करती और त्वचा की पुरानी सुन्दरता को कायम रखता है। इसके अलावा सूरज की गर्म किरणों से अपनी त्वचा को बचाने के लिए हमेशा एसपीएफ़ 30 युक्त क्रीम को अपने ब्यूटी बैग में रखें।





नेत्र क्रीम :
 उम्र बढ़ने का संकेत लोगो को सबसे ज्यादा ऑखों के नीचे झुर्रियों से मिलता है। कैफीन का नियमित इस्तेमाल सूजन को कम करने के साथ-साथ झुर्रियों में भी कमी लाता है। रेटिनॉल झुर्रियों को कम करने में सबसे शक्तिशाली माना जाता है इसलिए उम्र बढ़ने के अवयवों में इससे चुनना ना भूले इसमे विटामिन ए की शक्ति होती है इसलिए विभिन्न त्वचा देखभाल उत्पादों में इसका प्रयोग अधिक होता है इसका इस्तेमाल दिन और रात के दौरान दोनों का किया जा सकता है।





खान-पान और दिनचर्या : 
उम्र बढने के साथ-साथ हम पर जिम्मेदारियों का दबाव भी बढ़ जाता है हम पर किसी भी परिस्थिति में क्यों न हो कभी भी तनाव को अपने आसपास नही फटकने देना चाहिए। तनावमुक्त जिन्दगी,मसालेदार चटपटे खाने से दूरी,नियमित रूप से योग-ध्यान और फलों के साथ-साथ हरी सब्जियां और फलों का जूस एक जवां खिलखिलाती एवं स्वस्थ त्वचा के राज होते है।


उपरोक्त सुझाव का अमल कर आप एक दमकती त्वचा आसानी से पा सकती है।

बिस्तर पर लंबे समय तक सेक्स करने के लिए जरूरी बातें


बिस्तर पर लंबे समय तक सेक्स करने के लिए जरूरी बातें

सेक्स हर मानव के साथ साथ पशुओं की बुनियादी शारीरिक जरूरत है। यौन संबंधों और गतिविधियों के बारे में पर्याप्त ज्ञान और जागरूकता प्राप्त करना बहुत महत्वपूर्ण है क्योकि ऐसा करने से आपको पार्टनर के सामने शर्म महसूस नही करनी पड़ती है। आमतौर पर 50% से अधिक पुरुष बिस्तर पर सेक्स के समय को लेकर चिंतित रहते है। आम संभोग में पुरुष अक्सर महसूस करते है की लंबे समय तक सेक्स करने के लिए बिस्तर पर टिक नही सके है।



आज के इन्टरनेट के इस युग में पुरुष के साथ साथ महिला भी महसूस करने लगी है की वह अपने प्रिय पार्टनर को बिस्तर पर संतुष्ट नहीं कर पाती है। बेहतरीन सेक्स के कई फायदे है, बेहतरीन सेक्स से कैलोरी बर्न, बढ़ी हुई उम्र में ताजगी, बेहतर इम्यून सिस्टम, रक्त परिसंचरण में सुधार संतुलित रक्तचाप और नियमित रूप से मासिक धर्म जैसे लाभ मिलते है।.

सेक्स कोई विज्ञान नही है। बिस्तर पर जाने से पहले का डर और अधिक जोर देने से कपल लुभावने संभोग सुख से दूर हो जाते है इसलिए अच्छी सेक्स रात पाने के लिए शांत होना बहुत जरूरी है। जो पुरुष बिस्तर पर लंबे समय तक सेक्स करने की क्रिया को लेकर दुबिधा या परेशानी में रहते है उनके लिए आज हम कुछ उपाय लेकर आयें है जिसके प्रयोग से आप लंबे समय तक सेक्स का आनंद उठा सकते है।

सकारात्मक रहे : रात को बेड पर जाने से पहले अपने मन से सभी तरह के डर निकालकर ही बिस्तर पर कदम रखे। सकारात्मक सोच और तनाव मुक्त होकर जब आप अपने साथी पर प्यार की बारिश करेंगे तो निश्चित ही आपकी समय सीमा पहले से बेहतर होगी और आप दोनों को पूर्ण आनंद भी मिलेगा।

अपने दिमाग को स्थिर रखें : साथी की संतुष्टि, काम, खरीदारी या क्रिकेट मैचों का टेंशन साथी से सेक्स करने से पहले ही निकाल दे क्योकि टेंशन इरेक्शन को प्रभावित करने के साथ साथ जल्दी स्खलन की समस्या भी पैदा कर देती है।

पोजीसन में परिवर्तन करें : बेडरूम में बोरियत से बचने के लिए अपने प्यार में थोडा मसाला भरे। अधिक रोमांचक अंगो के साथ सेक्स करने से संभोग का आनंद दोगुना हो जाता है। आप अपने साथी को ओरल सेक्स, रोल प्ले जैसे तरीको को अपनाकर मजे को बढ़ाने के अतरिक्त स्खलन को भी नियंत्रित कर सकते है। कई बार देखा गया है कि सेक्स पोजीसन में परिवर्तन आपकी सेक्स अवधि में वृद्धि ला देते है। 


फोरप्ले करना ना भूले : सेक्स शुरू करने से पहले साथी के साथ फोरप्ले जरुर करें यह क्रिया आप दोनों को उत्तेजित करने के साथ साथ मानसिक ख़ुशी भी देती है। बेड पर सेक्सी कपड़ो में लेटकर अपने पार्टनर का इंतजार करना, उत्तेजित करने वाली बातें, अंग को प्यार से स्पर्श देना, प्राइवेट पार्ट के साथ खेलना यह सभी फोरप्ले का हिस्सा है। फोरप्ले करने से संतोषजनक परिणाम प्राप्त होंगे और आपका साथी आपसे आकर्षित भी होगा।
धीरे धीरे करें : बिस्तर पर जल्दबाजी मूड को तो मारता है साथ में यह सेक्स को गैर रोमांचक भी बनाता है। लंबे समय तक सेक्स करने के लिए धीरे-धीरे गति बढ़ा सकते हैं। संभोग करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए आप साथी को धीरे धीरे पकड़े और उसे प्यार करें, धीरे धीरे सेक्स की शुरुआत करने से आपको गहरी ख़ुशी तो मिलती है साथ में सेक्स का परम सुख भी मिलता है।

लय पकडे : फिलिंग भरपूर और नाजूक प्यार ओरल सेक्स करने के बाद साथी पहले स्खलन की तरफ बढ़ जाता है और दूसरा स्खलन तब होता है जब आप दोनों सेक्स क्रिया में लिप्त होते है। धीरे धीरे लय पकड़ते हुए जब पार्टनर सेक्स करते है तो सेक्स अच्छा होने के साथ साथ अधिक समय तक चलता है।

स्ट्रोक में ब्रेक लें : पार्टनर जब भी साथी के अंदर और बाहर स्ट्रोक लगा रहे हो तब 6-7 स्ट्रोक लगाने के बाद थोडा विराम ले लें। धीमा स्ट्रोक और फिर तेज स्ट्रोक फिर ब्रेक संभोग की गति को तो बेहतर करता है साथ में आप बिस्तर पर लंबे समय तक सेक्स कर पाते है।


व्यायाम करें : पुरुषों को सेक्स की समय सीमा बढाने और इरेक्शन को सदा बरकार रखने के लिए व्यायाम और योग की मदद लेनी चाहिए। केजल, पेल्विक लिफ्ट व्यायाम और पद्मानसन, सर्वांगासन हलासन, धनुरासन जैसे योग सेक्स इच्छा, प्रदर्शन और समय में सुधार लाते है : 


हस्तमैथुन : किसी खास दिन को स्पेशल बनाने के लिए आप सेक्स से कुछ क्षण पहले हस्तमैथुन अर्थात मैस्टरबेशन कर सकते है क्योकि ऐसा करने से आपकी सेक्स समय सीमा में काफी इजाफा हो सकता है। बहुत जल्दी वीर्य का गिर जाना सेक्स के लिए नाकाफी और कम सुखद वाला तो होता है साथ में यह उम्मीदों से भर स्पेशल दिन को भी व्यर्थ कर देता है।

गहरी साँस ले : लंबे समय तक सेक्स करने के लिए सबसे अच्छा तरीका है की आप बिस्तर पर लंबी धीमी गति और गहरी साँस ले। साँस प्रक्रिया पर नियंत्रण होने से लंबे समय तक आप बिस्तर पर टिक पाते है। लंबे समय तक सेक्स करने से पूरी तरह से बॉडी को आराम और आपसी विश्वास में भी वृद्धि होती है।

भ्रम : ओर्गास्म, सेक्स और जी स्पॉट से जुड़े कई भ्रमों से खुद को दूर रखें। एडल्ट फिल्म और लाइफस्टाइल की अपेक्षाओं को मन में पनपने ना दे क्योकि कई बार हम सेक्स करते समय काफी इच्छाएं मन में पैदा कर लेते है लेकिन उनके पूर्ण ना होने पर हमें निराशा घेर लेती है या फिर भ्रम का शिकार हो कर कमी ना होते हुए भी कमी की भावना पैदा कर लेते है।