स्वास्थ्य चेतावनी मूत्र रंग से कैसे पहचाने
आपके मूत्र का रंग आपके सेहत के लेकर एक पूर्व चेतावनी होती है की आप गंभीर बीमारी की तरफ बढ़ रहे है। अधिकांश लोगों के मूत्र के रंग विभिन्न समय पर भिन्न-भिन्न होता है। उदाहरण के तौर पर सुबह जल्दी वाशरूम जाने पर मूत्र का रंग बाकी दिन भर के मूत्र से अधिक गहरे रंग का होता है लेकिन मूत्र रंग की चेतावनी को आप सिर्फ अधिक पानी पीने की जरूरत से नही जोड़ सकते है।एन एच एस का मनाना है कि अगर आप निर्जलित हैं तो आपको पानी, पतली छाछ और फलों के रस का अधिक सेवन करना चाहिए। ये सभी पेय पदार्थ चाय या कॉफी की तुलना में अधिक प्रभावशाली है। फ़िजी और कोल्डड्रिंक जैसे पेय पदार्थों में चीनी अधिक रूप से शामिल होती है और चीनी की बड़ी मात्रा करके यह आपके स्वास्थ्य के लिए बिलकुल भी उचित पेय नही है। आइये जानतें है कि किस मूत्र रंग की क्या चेतवानी होती है और उसका उपचार हमें जल्द से जल्द शुरू कर देना चाहिए।
ब्राउन शराब के रंग वाला मूत्र : आपके मूत्र का गहरा भूरा रंग आपको लिवर की बीमारी से ग्रसित होने के संकेत देता है और यह गंभीर डिहाइड्रेशन के कारण है और ऐसे में बहुत पानी पीना चाहिए और मूत्र रंग की जाँच निरंतर जारी रखें।
लाल मूत्र : ज्यादातर मामलों में यह खतरनाक रंग चुकंदर खाद्य पदार्थ को अधिक खाने के प्रभाव से होता है लेकिन इसके अधिक बुरे प्रभाव भी पड़ सकते है। मूत्र में लाल रंग रक्त की एक बहुत छोटी राशि शामिल होने से होता है जो देखने में मूत्र को गुलाबी बना देता है। मूत्र का लाल रंग गुर्दे की पथरी और कैंसर रुपी अधिक गंभीर बीमारी होने के संकेत होते है। यदि मूत्र का लाल रंग कुछ दिनों से बना हुआ है तो फौरन डॉक्टर से संपर्क करें।
अधिक साफ मूत्र : मूत्र का ऐसा रंग होने पर ज्यादा चिंता करने वाली कोई बात नही होती है लेकिन कुछ मामलों में शरीर को अधिक पानी से छुटकारा पाने की जरूरत पड़ जाती है। अगर आप इस रंग को लेकर चिंतित हैं तो अधिक पानी पीने पर प्रतिबंध लगा कर प्यास लगने पर ही पानी पी कर इस रंग में सुधार ला सकते है।
चमकीले पीला मूत्र : चमकीले पीले रंग का मूत्र देख कर आम तौर पर बहुत से लोग चिंतित हो जाते हैं और होना भी चाहिए जो विटामिन की खुराक में कमी के कारण होता है। अगर आपका शरीर पोषक तत्वों को अवशोषित नहीं कर पा रहा है तो इससे छुटकारा पाना आसान नही होगा लेकिन इसमें अधिक चिंता की बात नही है क्योकि विटामिन की कमी दूर होते ही इससे राहत मिल जायेगी।
बादल रंगी मूत्र : बादल रंगी मूत्र हाल ही में नुकसान न पहुंचाने वाला यौन संबंध रखने या फिर क्रिस्टल जैसे पनीर के खाद्य पदार्थ खाने की वजह से ऐसा हो सकता है। अगर बादल रंगी मूत्र कायम रहता है तो मूत्र मार्ग में एक जीवाणु संक्रमण का संकेत हो सकता है। आमतौर पर यह गंभीर नही है लेकिन जीपी देखने लायक है।
ब्राइट ऑरेंज मूत्र : इस रंग का मूत्र बॉडी में पानी की कमी के कारण होता है इसके अतिरिक्त सुबह में सबसे नारंगी हो सकता है जब रात भर गुर्दे पेशाब से भरे रहते है। इस रंग को दूर करने के लिए आपको अधिक पानी पीने के साथ-साथ नमक कम खाने की तरफ ध्यान देना होगा। शरीर को अधिक लटकाने और नमकीन खाद्य पदार्थ खाने से हो जाता है इसलिए पानी सेवन की उचित मात्रा पर जरुर ध्यान देना चाहिए।
No comments:
Post a Comment