Friday 30 December 2016

दाद-खुजली के घरेलू उपचार

दाद-खुजली के घरेलू उपचार

* त्वचा पर खुजली चलने, दाद हो जाने, फोड़े-फुंसी हो जाने पर खुजा-खुजाकर हाल, बेहाल हो जाता है और लोगों के सामने शर्म भी आती है। यदि आप कोई क्रीम या दवा लगाना न चाहें या लगाने पर भी आराम न हो तो घर पर ही यह चर्म रोगनाशक तेल बनाकर लगाएँ, इससे यह व्याधियाँ दूर हो जाती हैं।

तेल बनाने की विधि :-
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* नीम की छाल, चिरायता, हल्दी, लाल चन्दन, हरड़, बहेड़ा, आँवला और अड़ूसे के पत्ते, सब समान मात्रा में। तिल्ली का तेल आवश्यक मात्रा में। सब आठों द्रव्यों को 5-6 घंटे तक पानी में भिगोकर निकाल लें और पीसकर कल्क(लुगदी ) बना लें।इसके बाद (लुगदी )पीठी से चार गुनी मात्रा में आप तिल का तेल और तेल से चार गुनी मात्रा में पानी लेकर मिलाकर एक बड़े बरतन में डाल दें। इसे मंदी आंच पर इतनी देर तक उबालें कि पानी जल जाए सिर्फ तेल बचे। इस तेल को शीशी में भरकर रख लें।


* जहाँ भी खुजली चलती हो, दाद हो वहाँ या पूरे शरीर पर इस तेल की मलिश करें। यह तेल चमत्कारी प्रभाव करता है। लाभ होने तक यह मालिश जारी रखें, मालिश स्नान से पहले या सोते समय करें और चमत्कार देखें।
* खून की खराबी के कारण खुजली हो जाती है| यह रोग अधिक खतरनाक नहीं है| लेकिन यदि असावधानी बरती जाती है तो यह रोग जटिल बन जाता है| इसलिए रोगी को खाने-पीने के मामले में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए| जहां तक हो सके, बाजार के खुले पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए| यदि रोग बड़े पैमाने पर हो तो नमक और नमकीन चीजों को खाना बंद कर दें| इसके साथ-साथ इमली, अचार, नीबू, टमाटर, तेल, लाल मिर्च, चाय आदि का सेवन त्याग देना चाहिए|

*यह एक संक्रामक रोग है| यदि घर में किसी एक व्यक्ति को खुजली हो जाती है तो यह धीरे-धीरे परिवार के सभी सदस्यों को घेर लेती है| यह गरम चीजें खाने, छूने, श्वास के साथ जीवाणु फैलने, गलत इंजेक्शन लगवाने, शराब पीने, गुटका या पान-तम्बाकू खाने आदि के कारण हो जाती है|

* त्वचा पर लाल रंग के चित्तीदार दाने निकल आते हैं| इनमें बहुत अधिक खुजली होती है| रोगी उसे खुजाते-
खुजाते दु:खी हो जाता है| खुजली में जलन होती है तथा धीरे-धीरे लाल ददोरे पड़ जाते हैं| कई बार खुजाते हुए ददोरे छिल जाते हैं और उनमें से खून निकल आता है| पक जाने पर पतला पानी-सा पीव रिसने लगता है|

* रात को तांबे के बरतन में थोड़ा-सा दही रख दें| सुबह दही का रंग कुछ नीला पड़ जाएगा| इस दही को उसी बरतन में कुछ देर तक फेंटे| फिर इस मलहम को खुजली वाले स्थान पर लगाएं|
* सुबह कुछ दिनों तक एक चम्मच नीम की पत्तियों का रस पिएं| नीम की पत्तियों को पीसकर दही में मिलाकर खुजली वाले स्थान पर प्रतिदिन लगाएं|

* 250 ग्राम तिली के तेल में 50 ग्राम दूब का रस मिलाकर कुछ देर तक आग पर पकाएं| ठंडा होने पर छानकर शीशी में भर लें| इस तेल को खुजली वाले चर्म पर लगाने से 5-6 दिनों में खुजली जाती रहती है|
* रोज सुबह सात-आठ दिनों तक चार-पांच नीम की कोंपलें चबाकर खा जाएं| ऊपर से ताजा पानी पी लें|
* दो चम्मच तुलसी के पत्तों का रस तथा दो चम्मच नीबू का रस आपस में मिला लें| फिर इसे रुई के फाहे से लगाएं|
* गरम पानी में थोड़ी-सी अजवायन चटनी की तरह पीस लें| फिर इसे खुजली पर लगाएं|
* जीरे को कपड़छन चूर्ण पानी में गाढ़ा-गाढ़ा घोलकर खुजली वाली जगह पर लगाएं|
* 250 ग्राम तिली या सरसों के तेल में चार-पांच चम्मच दूब का रस तथा 100 ग्राम पिसी हुई हल्दी मिला लें|
अब इसको लोहे को कड़ाही में पकाएं| थोड़ी देर बाद इस तेल को छानकर बोतल में भर लें| नित्य दिन में तीन
बार रुई के फाहे से इस तेल को लगाएं|

* आधे नीबू पर थोड़ी-सी पिसी हुई फिटकिरी बुरककर खुजली वाले स्थान पर अच्छी तरह लगाएं| नारियल के
एक गुने तेल में दो गुना टमाटर का रस मिलाकर लगाएं|

* 100 ग्राम तिली के तेल में 100 ग्राम बथुए का रस मिलाकर आग पर पका लें| फिर छानकर शीशी में भर लें|
इस तेल को नित्य लगाएं|

* गेहूं के आटे में तिली का तेल मिलाकर खुजली वाले स्थान पर लगाएं|
* खुजली वाले स्थान पर शहद लगाने से भी काफी लाभ होता है|
* सिरस का तेल खुजली में कम से कम दिन में चार बार लगाएं|
* यदि शरीर में सूखी खुजली हो तो नीबू के रस में केले के पत्तों की राख मिलाकर लगाएं|
* दो पके केलों को किसी बरतन में मथ लें| फिर उसमें एक नीबू का रस निचोड़कर अच्छी तरह मिला लें| इसे मलहम की तरह लगाएं|
* थोड़े-से पतले दही में मूंग की दाल (छिलकों सहित) पीस लें| फिर उसे खुजली वाले स्थान पर लगाएं|
* राई को गोमूत्र में पीस लें| फिर उसमें चिकनी मिट्टी मिलाएं| अब इसे खुजली वाले स्थान पर लेप करें|
* नीबू के रस में एक चुटकी नौसादर मिलाकर खुजली पर लगाएं|
* नारियल के तेल में नीबू का रस मिलाकर लगाने से खुजली नहीं होती|
* अरहर की दाल (कच्ची) पीसकर दही में मिला लें| फिर उसे खुजली वाले स्थान पर लगाएं|
* नीबू का रस तथा चमेली का तेल बराबर की मात्रा में मिलाकर खुजली पर लगाएं| सात-आठ दिनों में खुजली चली जाएगी|
क्या खाएं क्या नहीं:--
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* खुजली हो जाने पर नमक बंद कर देना चाहिए|इसके साथ-साथ खटाई, तेल, मिर्च-मसाले, समोसे, कचौड़ी,
परांठे, अरहर की दाल, घुइयां, चावल, चाय, कॉफी, शराब, अंडा, मीट आदि त्याग देना चाहिए| इन सबकी जगह दूध, दही, घी, मक्खन, मट्ठा, हरी सब्जियां, खीरा, पपीता, अमरूद, ककड़ी, खरबूजा, तरबूज, सेब, अनार, चीकू आदि का प्रयोग करना चाहिए|

* यदि नमक खाने की इच्छा हो तो सब्जी में सेंधा नमक बहुत कम मात्रा में डालकर सेवन करें| आंवले का मुरब्बा खुजली में बहुत लाभकारी है| अत: गरमियों के दिनों में इसका भी सेवन करें|




Thursday 29 December 2016

खानपान की गड़बड़ी से जब होने लगे उल्टी या दस्त, तब आजमाएं ये अचूक नुस्खे

खानपान की गड़बड़ी से जब होने लगे उल्टी या दस्त, तब आजमाएं ये अचूक नुस्खे


खानपान की गड़बड़ी से जब होने लगे उल्टी या दस्त, तब आजमाएं ये अचूक नुस्खे

  • दूषित जल व खराब खानपान  की वजह से कई तरह के रोग जन्म लेते हैं। आइए जानते हैं रसोई 
दूषित जल व खराब खानपान  की वजह से कई तरह के रोग जन्म लेते हैं। आइए जानते हैं रसोई के ऐसे मसालों व अन्य चीजों के बारे में जो कुछ बीमारियों में लाभकारी हो सकते हैं।   
                   
दस्त : एक गिलास गर्म पानी को ठंडा कर उसमें एक चम्मच चीनी, एक नींबू का रस व एक चुटकी नमक डालकर घोल बनाएं। दिन में 5-6 बार पीने से दस्त से राहत मिलेगी।
lemon water
100 ग्राम दही में आधा चम्मच ईसबगोल की भूसी व दो चुटकी हल्दी मिलाकर एक खुराक बनाएंं। इसे  3-4 बार लेने से दस्त बंद हो जाएंगे।
isbgol benifits for health
हैजा : एक गिलास नींबू पानी में एक चुटकी नमक मिलाकर थोड़ी-थोड़ी देर के अंतराल में पीने से शरीर में पानी की कमी पूरी होती है।
onion health benifits
आधा कप प्याज के रस में एक चम्मच पुदीने का रस मिलाकर 2-2 चम्मच 5-7 बार पीने से हैजा में लाभ होता है।
vomit
उल्टी : छाछ में भुनी हींग और थोड़ा नमक मिलाकर पीने से उल्टी में आराम मिलता है। नारियल का पानी पीने से भी उल्टी नहीं आती।
Garlic can help fight lung infection
जोड़ों में दर्द : 250 मिलिलीटर दूध में लहसुन की 5-6 कलियां डालकर उबालें। हल्का गर्म छानकर पीने से जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है।

संतरे के दिलचस्प और हैरान करने वाले सौंदर्य लाभ

संतरे के दिलचस्प और हैरान करने वाले सौंदर्य लाभ

दुनिया भर के लोग ऑरेंज ड्रिंक से प्यार करते है। आज अधिक युवतियों ने फल संतरे की अद्भुत सुंदरता लाभ के कारण इस अपनी दिनचर्या डाइट का अहम हिस्सा बना रखा है। अगर आप भी किसी ब्यूटी संकट से गुजर रही है तो अपनी सुंदरता के संकट को फल संतरे पर छोड़ दे और फिर देखें प्राकृतिक में पाया जाने वाला यह रसीला फल क्या जादू दिखाता है।


कुछ टिप्स और ट्रिक्स जिनको पढने के बाद आप संतरे को नियमित रूप से अपने सौंदर्य आहार का एक हिस्सा बना लेंगे।




पिंपल फोड़ने में माहिर : संतरे का रस साइट्रिक एसिड का अद्भुत घटक है जो पिंपल को कम करने में मदद करता है। आपको पिंपल काम करने के लिए करना बस इतना है कि पिंपल प्रभावित क्षेत्रों पर संतरे का रस और मलाई को मिश्रित कर लेप लगाना है। अपनी त्वचा को सुंदर दोष मुक्त रखने के लिए आप संतरे के छिलके को सुखा ले और उसके बाद सूखे छिलकों को पीस कर अपने चेहरे पर मास्क बना ले। यह घरेलू उपचार आपको पिंपल से राहत देने के साथ तेलीय त्वचा से भी राहत देंगा।




त्वचा में चमक लाने का काम : संतरे के छिलके का पाउडर बना कर आप दूध या दही के साथ नियमित रूप से इस्तेमाल करती है तो निश्चित ही आपकी त्वचा में चमक आ जायेगी। संतरे और दूध का यह मिश्रण एक उत्कृष्ट प्राकृतिक ब्लीच के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।


इसके अलावा यह घरेलू विधि एक सर्वश्रेष्ठ फेयरनेस फेस भी है और इस घरेलू नुस्खे का लाभ आप काली पड़ी त्वचा के डार्क स्पॉट को हल्का करने में भी ले सकती है।




त्वचा को फिर से जवान करने में मदद : संतरे का रस बंद रोम छिद्र खोलने का काम बखूबी करता है। आप संतरे के रस की कुछ बूँदें चेहरे पर गिरा कर हल्के हाथों से थपका सकते है और 2-3 मिनट करने के बाद आप चहरे को ठंडे पानी से धो ले। इस&nbsp; प्राकृतिक उपचार को नियमित रूप से प्रयोग में लाने पर चेहरा फ्रेश तो होगा ही साथ में शानदार रूप से एक बार फिर त्वचा खिलखिला उठेगी।




डेड स्किन छुटकारा : संतरे का उपयोग आप स्क्रब्स के रूप में भी कर सकते है। स्क्रब के रूप में संतरे का लाभ लेने के लिए आप संतरे के छिलके को सुखा कर पाउडर बना ले उसके बाद उसके अंदर मुल्तानी मिट्टी और शहद मिश्रित कर लें। संतरे के छिलके का पेस्ट जब तैयार हो जाए तो आपके आप इस पेस्ट से चेहरे पर स्क्रब करें और फिर ठंडे पानी से चेहरे को धो लें। संतरे के छिलके विटामिन सी से उच्च होते है इसलिए यह आपको डेड स्किन से छुटकारा पाने में प्रभावी मदद करता है और दाग धब्बों से भी राहत प्रदान करते है।




एंटी-ऐज गुण में से भरा हुआ: संतरा आपकी त्वचा की बनावट में सुधार लाने और एंटी एंजिक के सारे गुण मौजूद है। झुरियों से मुक्त रखने और त्वचा की रक्षा के लिए संतरे में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। संतरे के छिलके को पीस कर दूध के साथ बने फेस पैक को नियमित रूप से उपयोग करने से झुर्रियों से राहत तो मिलती है साथ में आपकी त्वचा भी कोमल और कसाव वाली बनती है।




संतरे का उपयोग कंडीशनर रूप में : एक कप पानी में,एक कप संतरे का रस और एक चम्मच शहद मिला कर एक सबसे अच्छा प्राकृतिक कंडीशनर बना सकते है। अच्छी तरह शैम्पू करने बाद आप इस पेस्ट को बालों पर लगा लें और दस मिनट के लिए छोड़ दें। संतरे के रस से बना यह कंडीशनर आपको उलझन मुक्त बाल और चमक वाले बाल पाने में मदद मिलेगी।




रूसी से राहत : नारियल तेल के साथ संतरे का रस को शामिल करते है तो रूसी की पुरानी समस्या को कम करने में आपकी मदद कर सकता है। आधा कप नारियल तेल में आप ताजा आधा कप संतरे का रस शामिल करें या फिर कुछ बूंदे संतरे का रस थोड़े नारियल तेल के साथ उपयोग में ला कर रूसी से राहत पा सकती है।



उपर दिए गये सभी सुझावों के अतिरिक्त अगर आप एक गिलास संतरे का जूस आपनी दिनचर्या में शामिल करती है तो त्वचा और बालों की सुन्दरता में सुधर के साथ-साथ वजन नियंत्रित भी कर सकती है। आप संतरे को भोजन के बीच में या फिर नाश्ते में भी शामिल कर ये सभी लाभ ले सकती है।

Wednesday 28 December 2016

रीठे की मदद से बालों का झड़ना रोकें

रीठे की मदद से बालों का झड़ना रोकें

Ripened-Sapindus-Mukorossi
रीठा मध्यम आकार के एक पर्णपाती पेड़ पर लगता है। फल पकने के बाद रीठा के रूप में बाजारों में बेचा जाता है। इसे साबुन, शैम्पू और डिटर्जेन्ट बनाने में इस्तेमाल किया जाता है। यह फल फंगस और बैक्टीरिया से बचाता है और त्वचा पर नर्म भी है।

रीठा के इस्तेमाल (Uses of reetha)

• सुनार इसे सोने, चाँदी और दूसरी कीमती धातुओं को चमकाने में इस्तेमाल होता है।
• इसे माइग्रेन, एपिलेप्सी और कोरस के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है।
• इसके कीड़े मारने के गुण के कारण इसे जुएँ मारने में भी इस्तेमाल किया जाता है।
• इसे इलायची धोने और इनके रंग और फ्लेवर निखारने में भी इस्तेमाल किया जाता है।
• इसे मिलावटी तेल को साफ करने में के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है।
रीठा के गुण – बालों के लिए रीठा के फायदे (Benefits of soap nuts for hair)
• ऐसे कई शैम्पू हैं जिनमें कुंकुदकई का उपयोग किया जाता है। बालों की सफाई के अलावा यह इन्हें मुलायम और स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।
• रीठा एक प्राकृतिक शैम्पू है।
• यह बालों का झड़ना कम करता है।
• यह बालों और जड़ों को पोषण और कंडिशनिंग देता है।
• बालों की चमक बढ़ाता है।
• उलझे बालों की समस्या दूर करता है जिससे बालों को संभालने में मदद मिलती है।
• यह पूरी तरह से प्राकृतिक है और हानिकारक नहीं होता।
• रूसी और जड़ों के दूसरे इंफेक्शन को दूर करके बालों के बढ़ने में मददगार है।

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रीठा का शैम्पू (How to make reetha shampoo)

रीठा बाज़ार में आसानी से उपलब्ध है। 100 ग्राम रीठा पानी में भिगोकर लोहे के बर्तन में रात भर रखें। इससे बालों में अतिरिक्त चमक आ जाती है। इस मिश्रण को उबालकर गाढ़ा भी बनाया जा सकता है। इसे छानकर शैम्पू बनाएँ, हवाबंद ज़ार में रखें और कभी भी इस्तेमाल करें। रीठा के पाउडर बनाकर 10-15 मिनट तक पानी में भिगोकर पेस्ट की तरह इस्तेमाल करें और धोने से पहले एक घंटे तक लगाकर रखें।

रीठा, रीठा शिकाकाई और दूसरे शैम्पू 

शैम्पू से बाल धोना जहाँ आसान है वहीं रीठा से बाल धोने में थोड़ा ज्यादा वक्त लगता है। इसे इस्तेमाल से पहले तैयार करने में वक्त भी लगता है। रीठा आखोँ में चुभता है वहीं शैम्पू सौम्य होता है। शैम्पू में रसायनों की मौजूदगी बालों को नुकसान पहुँचा सकती है। जबकि रीठा बालों की अच्छे से देखभाल करता है। आंवला रीठा शिकाकाई, यह रक्त कोशिकाओं को पुनर्जीवित करके बालों को बढ़ने और रूसी से छुटकारा पाने में मदद करता है।

रीठा का उपयोग – बेहतरीन प्राकृतिक सामग्रियों से बना घरेलू शैम्पू 

लंबे घने बाल पाने के बेहतरीन नुस्खे
सामग्री (Ingredients)
• रीठा बालों की सफाई के लिए सर्वश्रेष्ठ जड़ी-बूटी है।
• शिकाकाई बालों को सिरे से लेकर जड़ों तक पोषण देता है।
• तिल के बीज रक्त कोशिकाओं को पुनर्जन्म देते हैं जिससे बालों को बढ़ने में मदद मिलती है।
• आंवला बालों को मजबूत बनाता है।
• मेथी के बीज सिर और बालों की जड़ों को ठंडा रखते हैं।
• एलोवेरा बालों को मुलायम बनाता है।
• नींबू बालों से रूसी हटाने में मदद करता है।
विधि (Method)
इन सभी सामग्रियों को बराबर मात्रा में लें। शिकाकाई और कुंकुदुकई के बीजों को निकाल दें। इन्हें धूप में सूखने के लिए छोड़ दें। इसके बाद इन्हें पीसकर पाउडर बना लें और हवाबंद बर्तन में रखें। इस पाउडर को करीब 4 घंटे तक पानी में भिगोएँ, नींबू मिलाएँ और शैम्पू की तरह इस्तेमाल करें।
निष्कर्ष (Conclusion)
आजकल की तेज दुनिया में इन उपचारों का इस्तेमाल बहुत मुश्किल है क्योंकि न तो इसके लिए वक्त है और न ही सब्र। वे सभी महिलाएँ जो इसका अब भी इस्तेमाल करतीं हैं तारीफ के काबिल हैं। हलांकि हम सलाह देते हैं कि जो भी अपने बालों की अच्छी देखभाल करना चाहते हैं वे इन तरीकों को जरूर आजमाएँ और फर्क देखें।

एलोवेरा के लाभ

एलोवेरा के लाभ

Alo Vera
एलोवेरा देखने में यह अवश्य अजीब सा पौधा है लेकिन इसके गुणों का कहीं कोई अंत नहीं है। यह जहां बवासीर, डायबिटीज, गर्भाशय के रोग, पेट की खराबी, जोड़ों का दर्द, त्वचा की खराबी, मुंहासे, रूखी त्वचा, धूप से झुलसी त्वचा, झुर्रियों, चेहरे के दाग-धब्बों, आंखों के काले घेरों, फटी एड़‍ियों के लिए यह लाभप्रद है वहीं दूसरी तरफ यह खून की कमी को दूर करता है तथा शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।

त्वचा की देखभाल के लिए एलोवेरा के लाभ/गुण (Aloe Vera for skin care)

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तैलीय और मुहांसे वाली त्वचा के लिए लेप (Aloe Vera face pack for oily skin and also Acne Inclined skin)

सामग्री (Ingredient)- एलोवेरा,शहद
विधि (Procedure)- मुहांसे का उपचार, एलोवेरा की पत्तियो को पानी मे कुछ देर उबाले जब तक की वो पिलपीली ना हो जाए फिर तोड़ा ठंडा करके उसमे शहद मिलाकर चेहरे पर कुछ देर तक मले,फिर ठंडे पानी से धो दे | तैलीय त्वचा के उपाय इस विधि का पालन करे अगर आप मुहासो और तैलीय त्वचा से छुटकारा पाना चाहते है |
young beautiful healthy woman and reflection in the mirror

बंद रोमछिद्रों को खोलने के लिए एलोवेरा का पैक (Aloe Vera face pack for blocked pores on face)

सामग्री (Ingredient) – एलो वेरा, गुलाबजल
विधि (Procedure) – एलोवेरा जेल की मदद से आप उम्र के निशान, मुहांसे तथा जलने कटने के निशानों से भी छुटकारा पा सकते हैं। सिर्फ एलोवेरा के अंश तथा गुलाबजल का पेस्ट बनाएं और साफ़ त्वचा पर २० मिनट तक लगाएं। इसे ठन्डे पानी की मदद से धो दें। यह फेस पैक आपकी रंगत को निखारता है। इस पेस्ट को धोने से पहले इसकी २ से ३ बार चेहरे पर मालिश कर लें।
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ताज़गी भरी त्वचा के लिए पैक (Aloe Vera face Scrub for energized skin)

सामग्री (Ingredient) – एलोवेरा, खीरा, दलिया (oatmeal)
विधि (Procedure) – खीरे के टुकड़ों तथा एलो वेरा जेल को मिलाकर एक महीन पेस्ट बनाएं। इस मिश्रण में दलिया मिलाएं तथा हिलाते रहे। इस पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाएं तथा गोलाकार मुद्रा में मालिश करें। इसे १० मिनट तक सूखने दें तथा इसके बाद धो दें।
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उम्रदराज और सूखी त्वचा के लिए फेस पैक (Aloe Vera Face mask for wrinkled and dry skin)

सामग्री (Ingredient) – एलोवेरा, बादाम
विधि (Procedure) – एलोवेरा जेल में पिसे हुए बादाम मिलाएं और इनका एक लेप बनाएं। इसे चेहरे और गले पर लगाएं तथा १५ मिनट तक इसी तरह रखें। इसे अच्छे से धो दें। इससे आपकी त्वचा जवान नज़र आएगी।
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स्वस्थ त्वचा के लिए पैक (gharelu face pack hindi me for a healthy looking skin)

सामग्री (Ingredient) – एलोवेरा, पका पपीता
विधि (Procedure) – पके हुए पपीते को मिक्सर में डालें। अब इस मिश्रण में २ चम्मच एलोवेरा जेल डालें। अब इन सबको मिलाकर एक पेस्ट बनाएं। अब इस पेस्ट को अपने चेहरे पर अच्छे से लगाएं। इस पेस्ट को २० मिनट तक छोड़ दें तथा उसके बाद ठन्डे पानी से धो लें। इस पैक से आपके चेहरे में निखार आएगा।

9-Easy-Homemade-Skin-Lightening-Remediesगोरी त्वचा के लिए पैक (aloevera for fairness)

सामग्री (Ingredient) – एलोवेरा के अंश, मलाई, हल्दी
विधि (Procedure) – १ चम्मच एलोवेरा जेल को २ चम्मच मलाई के साथ मिलाएं। इसमें १ चुटकी हल्दी का पाउडर मिलाएं तथा इसे अपने गले और चेहरे पर लगाएं। इसे ३० मिनट तक रखें तथा ठन्डे पानी से धो लें। गोरी त्वचा पाने के उपाय, इस जेल में विटामिन सी होता है जो आपकी त्वचा को गोरी करता है तथा मलाई आपकी त्वचा को नमी प्रदान करती है। हल्दी भी रंग गोरा करने में सहायक होती है।
Clear-Skin-healthy-lifestyle-hints

साफ़ त्वचा के लिए पैक (aloevera for clear skin)

सामग्री (Ingredient) – एलोवेरा जेल और भूरी चीनी
विधि (Procedure) – एलोवेरा के जेल तथा भूरी चीनी की मदद से एक स्क्रब बनाएं। इस स्क्रब को अपनी त्वचा पर लगाएं तथा काले धब्बों तथा अन्य अशुद्धियों से मुक्ति पाएं। यह त्वचा के रोमछिद्र खोलता है तथा उनके अंदर जमा तेल निकालता है। आप पाएंगे कि ये सारे उपरोक्त फेस वाश काफी लाभदायक हैं। पत्तियों से जेल निकालते समय पानी ना मिलाएं। आप पाएंगे कि आपकी त्वचा अशुद्धियों से मुक्त तथा नरम हो गयी है। इससे झुर्रियां भी दूर हो जाएंगी तथा सन टैन भी आसानी से चला जाएगा। आप इन पैक्स को संवेदनशील त्वचा तथा सूखी त्वचा पर आराम से इस्तेमाल कर सकते हैं।